नमस्कार पाठकों, और इस संपादकीय श्रृंखला के तीसरे अध्याय में आपका स्वागत है। पहले, हमने टोकनवाद और क्वीर-कोडिंग को कवर किया है जो हमें हमारे अंतिम चरण में लाता है ...
यह 2019 है! दुनिया में सब कुछ ठीक है और प्रतिनिधित्व एवं विविधता ही नियम है और प्रतीकात्मकता जैसी चीजें अब नहीं होतीं! रुको...ऐसा नहीं है...